कहीं आप भी ओब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के शिकार तो नहीं हो गए हैं, पहचानें इसके लक्षण

कहीं आप भी ओब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के शिकार तो नहीं हो गए हैं, पहचानें इसके लक्षण

सेहतराग टीम

आज के समय में कई ऐसे लोग मिलते है जिन्हें एक ही काम या कहे एक ही गलती बार-बार करते हुए देखा गया है। ऐसे लोगों को ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिस्ऑर्डर की कटेगरी में रखा जाता है। इन लोगों को दिमाग की समस्या होती है। इसमें शिकार हुए लोग अक्सर संशय में रहते हैं। आपने भी कई लोगों को ऐसे देखा होगा कि जो लोग हमेशा एक ही चीज को लेकर शक में रहते हैं कि उन्होंने वो काम सही से किया या नहीं। जैसे पंखा लाइट बंद की या नहीं, घर का दरवाजा बंद किया या नहीं, बार-बार पैसों को गिनने की आदत आदि। ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिस्ऑर्डर (OCD)एक तरह से मानसिक रोग है, जिसकी वजह से आपका दिमाग एक ही काम को बार-बार करने के लिए कहता है। ओसीडी किसी तरह की कोई आदत नहीं है जिसकी वजह से कोई भी बार-बार वहीं सोचें और वही काम करे और ना ही ये किसी तरह की नकारात्मक सोच के कारण होता है। इसे सीधे तौर पर मानसिक रोग है।

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अगर आप इसे आसान तौर पर समझें तो ये एक उस स्थिति में आता है जब कोई भी व्यक्ति एक ही काम को बार-बार करने के लिए सोचें या उसे करे। वैसे तो हर किसी की कुछ न कुछ आदत होती है जो दूसरे को थोड़ी अजीब सी लगती है लेकिन उसका ये मतलब नहीं कि हर व्यक्ति ही ओसीडी का शिकार हो। बार-बार इन प्रक्रियाओं को दोहराते हैं और इस तरह  की शंकाएं उन्हें बार-बार और लंबे समय तक परेशान करती रहती हैं। इस तरह बार-बार वही काम करने और सोचने की पुनरावृत्ति से वे विचलित हो जाते हैं। इस बेचैनी और परेशानियों के चलते वे अपने रोजमर्रा के कामों पर ध्यान केंद्रीत नहीं कर पाते और उनका सामान्य जीवन अव्यवस्थित हो जाता है। हम आपको इस लेख के जरिए बताते हैं कि आप किसी में भी या फिर अपने आप में इस बीमारी को कैसे पहचान सकते हैं। 

लक्षण 

चेकिंग

जो लोग बार-बार किसी चीज को चेक करें या फिर उसके बारे में सोच, तो आप समझ जाइए ऐसे लोग ओसीडी का शिकार है। जैसे बार-बार गैस चेक करना, लाइट बंद है या नहीं चेक करना, घर का दरवाजा चेक करना, पैसे बार-बार गिनना आदि। 

कंटेमिनेशन

उन चीजों का डर जो गंदे हो सकते हैं या साफ करने की मजबूरी। मानसिक संदूषण में यह महसूस करना शामिल है कि आपके साथ गंदगी की तरह व्यवहार किया गया है। ऐसे लोगों को भी ओसीडी जैसे मानसिक रोगों से जोड़ा जाता है। 

अन्य लक्षण 

  • डर से जुड़ी चीजों को को महसूस करना जैसे, घर में कोई बाहरी व्यक्ति घुस आया है।
  • ऐसे लोगों को किसी और को नुकसान पहुंचने का डर भी रहता है।
  • धर्म या नैतिक विचारों पर पागलपन की हद तक ध्यान देना।
  • किसी चीज को भाग्यशाली या दुर्भाग्यशाली मानने का अंधविश्वास।
  • चीजों को बेवजह बार-बार जांचना, जैसे कि ताले, उपकरण और स्विच आदि।
  • बेकार की चीजें इकट्ठा करना जैसे कि पुराने न्यूजपेपर, खाने के खाली डिब्बे, टूटी हुई चीजें आदि।

इलाज

मनोचिकित्सा ( Psychotherapy)

ऐसे व्यवहार में थेरेपी आपके सोच पैटर्न को बदलने में काफी मदद कर सकती है। आपकी ओर से एक्सपोजर और काम को रोकथाम में ये सहायक है। आपका डॉक्टर आपको चिंता पैदा करने या मजबूरियों को सेट करने के लिए डिजाइन की गई स्थिति में डाल देगा। आप अपने OCD विचारों या काम को कम करना सीखेंगे। 

आराम करना ( Relaxation)

ध्यान, योग और मालिश जैसी सरल चीजें तनावपूर्ण ओसीडी लक्षणों में मदद कर सकती हैं। ऐसे में आप उन चीजों को भूलने का काम कर सकेंगे। इससे आप बार-बार किसी चीज को लेकर ज्यादा सोचने में ध्यान नहीं लगाएंगे।

 

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